Zindagi Zindagi
- 319 Posts
- 2418 Comments
बुझते आशा के दीप अब क्या गाऊँ मै
रूठे है मेरे गीत अब क्या गाऊँ मै
.
सीने में दर्द मेरी भीगी है पलकें
खो गया कहीं संगीत अब क्या गाऊँ मै
.
अब कैसे मनाऊँ तुम्हे मेरे प्रियतम
रूठे है मेरे मीत अब क्या गाऊँ मैं
.
तेरे प्यार में हमने खाईं है ठोकर
दुनिया की है यह रीत अब क्या गाऊँ मैं
.
बहुत निभायें हमने अब प्यार में वादे
निभा चुके हम यह प्रीत अब क्या गाऊँ मैं
रेखा जोशी
Read Comments