Zindagi Zindagi
- 319 Posts
- 2418 Comments
जब सिमटते है उजाले रात का दामन पकड़
फिर सुबह आती नई खुशियाँ लिये दामन पकड़
………………
देख तेरे नैन हम उसमे समा कर रह गये
बाँध कर तुमने हमें क्यों कर रखा साजन पकड़
………………
तुम हमे क्यों कर सताते हो सदा यूँ ही सनम
छोड़ कर गर चल दिये आयेगे नही बालम पकड़
………………
रात के साये हमें रह रह डराते है सनम
साथ रहना तुम कभी मत छोड़ना जानम पकड़
…………… …
रात फिर से डूब जाये गी अँधेरे में सनम
चाह जीवन में उजालों की हमे प्रियतम पकड़
रेखा जोशी
Read Comments